लाखन सिंह
विश्वस्त पत्रकार संघ का प्रथम प्रांतीय पत्रकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह सम्पन्न
प्रदेश के पशुपालन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने नई पीढ़ी के पत्रकारों से कहा कि वे नवीन तकनीकी के साथ-साथ अध्ययन करने की भी रूचि रखें, जिससे समाचार लिखने में भी और निपुणता आयेगी। लाखन सिंह यादव रविवार को विश्वस्त पत्रकार संघ के प्रथम प्रांतीय पत्रकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
मानस भवन फूलबाग ग्वालियर में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं विश्वस्त पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश सम्राट ने की। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राम विद्रोही, मिर्जापुर के पत्रकार पवन जैसवाल, राष्ट्रीय सचिव सुरेन्द्र श्रीवास्तव, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री दिग्विजय सिंह सेंगर, सुरेश भदौरिया, अनुविभागीय दण्डाधिकारी भितरवार के के गौर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
सम्मेलन में मंत्री लाखन सिंह यादव ने पत्रकारों का शॉल-श्रीफल एवं पुष्पाहार तथा स्मृति चिन्ह प्रदाय कर सम्मान किया। मंत्री यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि विश्वस्त पत्रकार संघ द्वारा ग्वालियर में प्रथम प्रांतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस आयोजन के लिए संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की लेखनी ऐसी होनी चाहिए कि अंतिम छोर के व्यक्ति को भी छपे हुए समाचार को पढ़ने में आसानी हो। लाखन सिंह ने कहा कि समाचार पत्रों में प्रकाशित होने वाली संपादकीय से जहां ज्ञान अर्जित होता था और सीखने का मौका मिलता था। लेकिन अब संपादकीय धीरे-धीरे कम हो रही हैं, जिस पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार सुरेश सम्राट ने कहा कि प्रदेश के मंत्री लाखन सिंह यादव ने प्रदेश में निराश्रित पशुओं के लिए गौशाला शुरू कर ऐतिहासिक कार्य किया है। उन्होंने भितरवार का गौरव बढ़ाने के साथ-साथ ग्वालियर की प्रतिष्ठा भी बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार राम विद्रोही ने अपने 60 वर्ष की पत्रकारिता के दौरान हमेशा जन – जन की बात को केन्द्र में रखकर समाचार लिखे हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमें समाज में होने वाले सकारात्मक एवं अधिकारियों द्वारा किए जा रहे बेहतर कार्यों का भी उल्लेख करना चाहिए।